tag:blogger.com,1999:blog-1053287000308799686.post7686373342415757397..comments2023-10-06T02:35:16.799-07:00Comments on MAN SE- Nitu Thakur : दुनिया से छुपाऊँ क्यों ?....नीतू ठाकुर NITU THAKURhttp://www.blogger.com/profile/03875135533246998827noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-1053287000308799686.post-66051372573183095012018-02-26T03:10:05.333-08:002018-02-26T03:10:05.333-08:00बहुत ख़ूब ...
प्रेम का आवेग शब्द स्वतः बाँध लेता ...बहुत ख़ूब ... <br />प्रेम का आवेग शब्द स्वतः बाँध लेता है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1053287000308799686.post-56969431237807011732018-02-08T20:39:06.930-08:002018-02-08T20:39:06.930-08:00बहुत बहुत आभार सखी सुंदर प्रतिक्रिया।बहुत बहुत आभार सखी सुंदर प्रतिक्रिया।NITU THAKURhttps://www.blogger.com/profile/03875135533246998827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1053287000308799686.post-40475549063383454692018-02-08T20:38:44.175-08:002018-02-08T20:38:44.175-08:00बहुत सुंदर प्रतिक्रिया आदरणीय..धन्यवाद आशीर्वाद बन...बहुत सुंदर प्रतिक्रिया आदरणीय..धन्यवाद आशीर्वाद बनाये रखें।NITU THAKURhttps://www.blogger.com/profile/03875135533246998827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1053287000308799686.post-51435738343992646242018-02-02T15:34:57.482-08:002018-02-02T15:34:57.482-08:00बहुत सुंदर रचना प्रिय नीतू...हृदय के दर्द भरे कोमल...बहुत सुंदर रचना प्रिय नीतू...हृदय के दर्द भरे कोमल भावों<br /> को बहुत सुंधर शब्द दिये है आपने।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1053287000308799686.post-82482553947315511092018-01-31T23:21:16.611-08:002018-01-31T23:21:16.611-08:00प्रेम के आंतरिक सच को जब स्वीकार किया जाता है तो इ...प्रेम के आंतरिक सच को जब स्वीकार किया जाता है तो इस तरह की बैचेनियाँ पनपती हैं <br />प्रेम और जीवन की वास्तविक पीड़ा को उजागर करती बहुत प्रभावी रचना <br />बधाईJyoti kharehttps://www.blogger.com/profile/02842512464516567466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1053287000308799686.post-89042706060970125922018-01-31T08:42:51.726-08:002018-01-31T08:42:51.726-08:00बहुत सुन्दर रचना ! कम शब्द, विस्तारित करती भावना
...बहुत सुन्दर रचना ! कम शब्द, विस्तारित करती भावना <br />'एकलव्य'https://www.blogger.com/profile/13124378139418306081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1053287000308799686.post-50006057277829004242018-01-30T20:51:14.651-08:002018-01-30T20:51:14.651-08:00आदरणीया बहुत बहुत आभार आदरणीया बहुत बहुत आभार NITU THAKURhttps://www.blogger.com/profile/03875135533246998827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1053287000308799686.post-10811742643264832262018-01-30T20:48:47.361-08:002018-01-30T20:48:47.361-08:00आदरणीया बहुत बहुत आभार
बहुत सुंदर प्रतिक्रिया आदरणीया बहुत बहुत आभार <br />बहुत सुंदर प्रतिक्रिया NITU THAKURhttps://www.blogger.com/profile/03875135533246998827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1053287000308799686.post-4294626022311174412018-01-30T20:46:58.022-08:002018-01-30T20:46:58.022-08:00आदरणीय बहुत बहुत आभार आदरणीय बहुत बहुत आभार NITU THAKURhttps://www.blogger.com/profile/03875135533246998827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1053287000308799686.post-81286950347180071592018-01-30T20:46:29.929-08:002018-01-30T20:46:29.929-08:00आदरणीया बहुत बहुत आभार
आप की प्रतिक्रिया हमेशा ही...आदरणीया बहुत बहुत आभार <br />आप की प्रतिक्रिया हमेशा ही मेरा उत्साह बढाती है NITU THAKURhttps://www.blogger.com/profile/03875135533246998827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1053287000308799686.post-46022440394934961092018-01-30T04:37:37.980-08:002018-01-30T04:37:37.980-08:00बहुत खूब. बधाई.बहुत खूब. बधाई.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1053287000308799686.post-83650649589984067152018-01-30T00:44:36.592-08:002018-01-30T00:44:36.592-08:00तकदीर का फसाना किसको सुनाऐं जाकर।
हृदय छूती विरह र...तकदीर का फसाना किसको सुनाऐं जाकर।<br />हृदय छूती विरह रचना।<br />बहुत सुंदर। <br />मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1053287000308799686.post-15695173736934910882018-01-29T21:38:30.707-08:002018-01-29T21:38:30.707-08:00आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (31...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (31-01-2018) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in//" rel="nofollow"> "रचना ऐसा गीत" (चर्चा अंक-2865) </a> पर भी होगी।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1053287000308799686.post-68861129468027979522018-01-29T08:06:05.550-08:002018-01-29T08:06:05.550-08:00सुंदर रचनासुंदर रचनापुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1053287000308799686.post-21484425972328331582018-01-29T05:51:45.416-08:002018-01-29T05:51:45.416-08:00बेहतरीन विरह रचना-- प्रिय नीतू जी --खासकर आख...बेहतरीन विरह रचना-- प्रिय नीतू जी --खासकर आखिरी शेर तो बहुत ही मर्मान्तक है चंद पंक्तिया मेरी और से ----<br />खुदा से जोड़ने नाता --- <br />शायद इस दिल में आई थी ,<br />तुम्हारी याद ही थी -<br />जो खुदा तक ले गयी मुझको !!!!!मेरी अनंत शुभकामनाएं --रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.com