नवगीत
भगवा
नीतू ठाकुर 'विदुषी'
मापनी 16/14
धरणी पर हरियाली महकी
राज करेगा अब भगवा
इतिहास लिखे स्वर्णिम अक्षर
आगाज करेगा अब भगवा।।
1
अब राम नाम के अनुयायी
हुँकार भरेंगे भारत में
रजत महल ये स्वर्ण जड़ित सा
निर्माण करेंगे भारत में
ये मौन साधना त्याग चुका
आवाज करेगा अब भगवा।।
2
राम नाम गूँजेगा नभ में
ऐसा पर्व मनाएंगे
सदियों का तम मिट जाएगा
इतने दीप जलाएंगे
राम लला घर लौटे अपने
नाज करेगा अब भगवा।।
3
फट जाए दुश्मन की छाती
राम नाम जयकारों से
बाधक बन के खड़े रहे जो
दहकेंगे अंगारों से
दीवाली सी सजी अयोध्या
गाज करेगा अब भगवा।।
नीतू ठाकुर 'विदुषी'