जुदा है जिंदगी अपनी
जुदा अपनी कहानी है
भुला देना की दुनिया में
तुम्हारी एक दीवानी है
ये बिखरे रंग जीवन के
समेटे फिर न जायेंगे
तुम्हें बेचैन कर देंगे
कभी जब याद आएंगे
तेरी रंगीन है दुनिया
मेरे दिल में वीरानी है
मेरी बेनूर आँखों में
तो बस ठहरा सा पानी है
कोई शिकवा नही तुमसे
नही कोई शिकायत है
हमें चाहा कभी तुमने
सनम तेरी इनायत है
सजाले जिंदगी अपनी
अभी बाकी जवानी है
न जाने कितनी चाहत
जिंदगी में आनी-जानी हैं
मुबारक हों तुम्हें खुशियाँ
तेरी दुनिया सुहानी है
मुकद्दर में नही है हम
भले चाहत पुरानी है
- नीतू ठाकुर