दो ही गज की हो दूरी
रक्षा करनी है पूरी
सावधानी रखनी है
मास्क भी लगाइये।
कोरोना का रोना भारी
खतरों की है बीमारी
सबको ही बचना है
रोग से बचाइये।
घर में ही वास करें
इच्छाओं को दास करें
जन जागृति जरूरी
भय को भगाइये
परीक्षा की है ये बेला
चीन ने खेला है खेला
एकता का मंत्र जप
शत्रु को हराइये
नीतू ठाकुर 'विदुषी'
बहुत सुंदर संदेशात्मक मनहरण घनाक्षरी
जवाब देंहटाएंसादर वंदन गुरुदेव 🙏
हटाएंआपको पसंद आया लेखन सार्थक हुआ 🙏
आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज बुधवार 11
जवाब देंहटाएंनवंबर 2020 को साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
सुन्दर सृजन
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार आदरणीय 🙏
हटाएंआपकी इस प्रस्तुति का लिंक 12.11.2020 को चर्चा मंच पर दिया जाएगा। आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ाएगी|
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
दिलबागसिंह विर्क
हृदयतल से आभार आदरणीय 🙏
हटाएंबहुत सुंदर सृजन।
जवाब देंहटाएंशुक्रिया सखी अनीता जी 🙏
हटाएंसुन्दर चेतावनी ... वाह!
जवाब देंहटाएंधन्यवाद आदरणीय 🙏🙏🙏
हटाएंबहुत सुंदर सृजन आ0
जवाब देंहटाएंसुंदर सारगर्भित रचना..।
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