गुरुवार, 25 जनवरी 2018

गणतंत्र दिवस मनाएंगे ... नीतू ठाकुर


हे धन्य धन्य भारत भूमी हम तुम्हें पूजते जाएंगे,  
वीर शहीदों को वंदन कर श्रद्धा सुमन चढ़ाएंगे, 
यह देश तिरंगा हो जाये हम इतने ध्वज फहराएंगे, 
इस हिंद देश की महिमा को द्विगुणित आज बनाएंगे, 
इस देश का पावन पर्व है ये गणतंत्र दिवस मनाएंगे...

न जाने कितने ही ज्ञानी इस धरती ने उपजाए है, 
अद्भुत सांस्कृतिक विरासत से उनको परवान चढ़ाये है, 
हम वीर शहीदों की गाथा को युगों युगों तक गाएंगे, 
जो भूल गए है देश प्रेम हम उनको याद दिलाएंगे, 
इस देश का पावन पर्व है ये गणतंत्र दिवस मनाएंगे...

इस पतित पावनी भूमि पर दुश्मन भी जिस दिन आएगा, 
नफरत का मंत्र भूलाकर वो इस मिटटी का हो जायेगा, 
 हम आज भुलाकर बैर सभी खुशियों को गले लगाएंगे, 
कोई नफरत की डोर न हो हम ऐसा देश बनाएंगे, 
इस देश का पावन पर्व है ये गणतंत्र दिवस मनाएंगे...

इस देश में कितनी बीमारी है नफरत,भूख,बेकारी है, 
पर धरती माँ का दोष नहीं ये हम सब की लाचारी है, 
आज नहीं तो कल मिलकर हम सारे कष्ट मिटायेंगे, 
इस धरती माँ की कीर्ति को हम दुनिया में फैलाएंगे,   
इस देश का पावन पर्व है ये गणतंत्र दिवस मनाएंगे...

है संविधान ताकत अपनी सच्चे मन से अपनाएंगे, 
आदर्श नागरिक बनकर हम भारत आदर्श बनाएंगे, 
हर संकट और समस्या से हम मिलजुलकर टकराएंगे, 
खाएंगे आज शपथ मन में जब राष्ट्रगीत हम गाएंगे, 
इस देश का पावन पर्व है ये गणतंत्र दिवस मनाएंगे...
                            - नीतू ठाकुर 

13 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ भावों से सजी देश प्रेम से ओतप्रोत सुंदर रचना।
    जह हिंद।

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    1. बहुत बहुत आभार
      प्रजासत्ताक दिन की बहुत बहुत बधाई

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  2. ये देश तिरंगमय हो जाएगा और देश प्रेम का भाव सब जगह जागृत हो जाए .।।
    देश प्रेम का भाव लिए बहुत ही पावस और जोशीली रचना है ...

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    1. बहुत बहुत आभार
      प्रजासत्ताक दिन की बहुत बहुत बधाई

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  3. आदरणीय / आदरणीया आपके द्वारा 'सृजित' रचना ''लोकतंत्र'' संवाद मंच पर 'शुक्रवार' २६ जनवरी २०१८ को लिंक की गई है। आप सादर आमंत्रित हैं। धन्यवाद "एकलव्य" https://loktantrasanvad.blogspot.in/

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  4. वाह !!प्रिय नीतू जी -- आज तो नमन है आपके लेखन को | बहुत ही अच्छा लिखा आपने | लयबद्ध गीतिकाव्य मन में देश के प्रति अनायास अप्रितम प्रेम और भावनाएं जगाने में सक्षम है | हार्दिक बधाई आपको इस अनुपम सृजन के लिए |

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    उत्तर
    1. बहुत बहुत आभार
      प्रजासत्ताक दिन की बहुत बहुत बधाई

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    2. प्रिय नीतू जी - आपकी रचना को समर्पित ध्रुव जी के संकलन में मेरे शब्द जरुर पढ़ें | आभार |

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  5. बहुत बहुत सुंदर गीत लिखा आपने प्रिय नीतू,देशभक्ति के पावन भाव.से ओतप्रोत आपकी रचना बेहद सराहनीय है। बहुत अच्छी लगी रचना। गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ आपको भी।

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    1. बहुत बहुत आभार
      प्रजासत्ताक दिन की बहुत बहुत बधाई

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