मै ग़ज़ल हूँ तेरी गुनगुनाया करो
अपने अधरों पे हमको सजाया करो
तेरे खामोश दिल की मै आवाज हूँ
गीत में सिसकियाँ ना मिलाया करो
धड़कनें जब हमें तुम सुनाया करो
पास आकर न तुम दूर जाया करो
तेरी चाहत हूँ मै आजमाते हो क्यों
तुम मेरे हो तो हक़ भी जताया करो
वक़्त बेवक़्त ना याद आया करो
दिल ये नादान है ना सताया करो
मै तेरी कुछ नही तू मेरी ज़िंदगी
जान हो जान को ना रुलाया करो
प्यार हमसे भले तुम न जादा करो
छोड़ने का कभी ना इरादा करो
राधिका बन के मै राह तकती रहूँ
कृष्ण जैसा कोई भी ना वादा करो
रूठ जाऊँ अगर तो मनाया करो
भूल कर हर खता लौट आया करो
इश्क की दास्तानें सुनाते हो क्यों
इस कदर दिल को तुम ना जलाया करो
अपनी नजरों से हमको छुआ मत करो
इश्क़ है एक खता ये खता मत करो
मै पराई हूँ क्यों भूल जाते हो तुम
पास रहने दो दिल को जुदा मत करो
- नीतू ठाकुर
प्रिय नीतू जी प्रेम को दर्शाती बहुत ही सुन्दर रचना 👌
जवाब देंहटाएंसादर
बेहतरीन रचना नीतू जी 👌
जवाब देंहटाएंवाह बहुत सुन्दर सखी नीतू जी कमाल लिखा है भाव और संरचना सब बहुत सुंदर।
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना "मित्र मंडली" में लिंक की गई है. https://rakeshkirachanay.blogspot.com/2019/01/105.html पर आप सादर आमंत्रित हैं ....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचना.
जवाब देंहटाएंबधाई
प्रेम रंग में सरबोर ,बड़ी प्यारी रचना...सादर स्नेह.. नीतु जी
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (22-01-2019) को "गंगा-तट पर सन्त" (चर्चा अंक-3224) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
--
उत्तरायणी की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
वाह्ह्ह वाह्ह्ह... बेहद लाज़वाब रचना...
जवाब देंहटाएंबहुत दिन बाद आपकी रचना पढ़ी...आनंद आ गया...भावपूर्ण सुंदर सृजन👌👌
सहज प्रेम के नाज़ुक भाव को बाख़ूबी लिखा है इस गीत में ...
जवाब देंहटाएंलाजवाब रचना ...
प्रेम से परिपूर्ण बहुत ही सुंदर रचना,नीतु दी।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर.... रचना।
जवाब देंहटाएंप्यार कभी पराया नहीं होता...
जवाब देंहटाएंये ठीक वैसे ही है जेसे बदन बदल जाते हैं लेकिन रूह वही रहती है.
राहत साब फरमाते हैं कि इश्क खता है तो ये खता
एक बार नहीं सो बार करो.
बहुत शानदार लेखन है आपका.
पधारिये- ठीक हो न जाएँ
वाह!!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर, उत्कृष्ट सृजन...
बहुत बहुत ही प्यारी रचना
जवाब देंहटाएंवाह आदरणीया दीदी जी बहुत सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंभावनाओं के सागर में प्रेम की नाव, बहुत सुंदर रचना।
जवाब देंहटाएंबहुत ही लाजवाब बेहतरीन रचना
जवाब देंहटाएंवाहः वाहः
Bahut hi achi rachna hai
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